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विश्व कप मे बीतते हुए वक्त के साथ सेमीफाइनलिस्ट की तस्वीर लगातार साफ होती जा रही है. दक्षिण अफ्रीका की टीम टॉप पर है. इंग्लैंड की टीम ने अब तक बेहद निराश किया है. वह टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो चुकी है. टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंचने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है.
विश्व कप मे बीतते हुए वक्त के साथ सेमीफाइनलिस्ट की तस्वीर लगातार साफ होती जा रही है. पॉइंट्स टेबल मे टॉप 4 में काबिज टीमें ही इस बार सेमीफाइनल खेलने वाली हैं. दक्षिण अफ्रीका टॉप पर है, उसने भारत से एक मैच ज्यादा खेला है, पांच मैच जीत चुका है, जबकि तीन मैच बाकी हैं. विश्व कप के इतिहास में दक्षिण अफ्रीका अपने ‘चोकर’ वाले अंदाज के लिए जाना जाता है. करीब पहुंचकर मैच हारना उनकी फितरत में शामिल था. लेकिन इस बार उनका प्रदर्शन ठीक इसके विपरीत चल रहा है.
भारत विश्व कप मे इस बार अब तक इकलौती अविजित टीम है, कल (29 अक्टूबर) उसे इंग्लैंड से खेलना है, अगर जीता तो सेमीफाइनल की बर्थ तकरीबन कनफर्म हो जाएगी. किसी भी टीम के लिए 6 या 7 मैच अंतिम चार की गारंटी हो सकते हैं. न्यूज़ीलैंड एकमात्र मैच भारत के हाथों हारा है, लेकिन अब भी उसे चार मैच और खेलने हैं, और दो जीतकर वह अंतिम चार मे पहुंचने का मजबूत दावेदार है. ऑस्ट्रेलिया के कमजोर आगाज के बाद वापसी की शुरुआत हो चुकी है, पहले दोनों हारकर और बाद के तीनों जीतकर उसने अपना टॉप 4 में जगह बना ली है. एडम जम्पा की गेंदबाजी लगातार शानदार रही है. वैसे नीदरलैंड के खिलाफ भी डेविड वार्नर के बल्ले से एक बड़ा शतक लगा है. ग्लैन मैक्सवेल भी विश्व कप का सबसे तेज शतक लगाकर अपने इरादे जता चुके हैं.
डिफ़ेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड ने अब तक बेहद निराश किया है, एकमात्र मैच ‘ए’ वह बांग्लादेश को हरा सका है, लेकिन श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसी टीमों ने उसे धूल चटाई है. चार मैच हारने के बाद अब कोई चमत्कार ही उसे अगले दौर मे ले जा सकता है. पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमें तकनीकी तौर पर भले ही अब तक अंतिम चार की लिस्ट में शामिल हों, लेकिन हकीकत यही है कि उनकी संभावनाए इस बार के लिए नेस्तनाबूत हो चुकी हैं. भारत के लिए इस बार न्यूजीलैंड का मुकाबला सबसे बड़ा माना जा रहा था, लेकिन उसे भी एकतरफा हराकर भारत ने अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी है.
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